पंजाब में आई बाढ़ के दौरान CYDA ने 1,200 से अधिक परिवारों को सहयोग दिया

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रावी न्यूज गुरदासपुर

पंजाब में आई भयानक बाढ़ के जवाब में सेंटर फॉर यूथ डेवलपमेंट एंड एक्टिविटीज़ (CYDA) ने गुरदासपुर और अमृतसर के सबसे प्रभावित जिलों तक पहुंच बनाई। ये इलाके सबसे ज़्यादा प्रभावित थे, जहाँ पूरी की पूरी बस्तियाँ खाने-पीने, साफ़ पानी और आवश्यक सामान की सख़्त ज़रूरत में थीं।

31 अगस्त 2025 को CYDA टीम ने 17 बाढ़-प्रभावित गाँवों का दौरा किया, जिनमें डेरा बाबा नानक, धर्मकोट पटन, गुरचक, कलानौर और चंदूवडला शामिल थे। टीम के सदस्य चंदन कुमार, सोमेश और रमेश्वर कुर्रे ने उडान एनजीओ (गुरदासपुर) के सहयोग से स्वयंसेवकों को जुटाया, ताकि प्रभावित परिवारों को समय पर और संगठित राहत पहुँचाई जा सके।

राहत वितरण दो चरणों में किया गया। पहले चरण में गुरदासपुर और अमृतसर के गाँवों—शाहज़ादा, घोनेवाला, मच्छीवाला, जट्टां और सिंघोके—में राहत किटें बाँटी गईं। कई परिवारों के लिए यह पहली बार था कि उन्हें एयरफोर्स से पहले मिली सहायता के अलावा इतनी व्यापक मदद मिली। हर किट में भुना चना, बिस्कुट, रस्क, सूखा दूध, ब्रेड और पीने का पानी जैसी खाद्य सामग्री के साथ-साथ साबुन, टूथपेस्ट-ब्रश सेट और मच्छर कॉइल जैसी स्वच्छता सामग्री शामिल थी। बिजली कटौती से निपटने के लिए किट में मोमबत्तियाँ और माचिस भी दी गईं।

दूसरे चरण में, प्रभावित परिवारों से बातचीत के बाद CYDA ने उनकी ज़रूरतों के हिसाब से अतिरिक्त राहत किटें तैयार कीं। टीम ने सबसे नाज़ुक परिवारों तक पहुँच बनाई, यहाँ तक कि वे गाँव जहाँ 3–4 फीट पानी अब भी भरा हुआ था। दोनों चरणों में डेरा बाबा नानक, डीना नगर, अजनाला और आसपास के गाँवों—पखोके, हरूवाल, सधनवाली, ठाठी, जैनपुर, टांडा, मच्छीवाला, घोनेवाला और रामदास—में 1,200 से अधिक परिवारों तक राहत पहुँचाई गई, जिससे लगभग 8,000 लोगों को सीधी मदद मिली।

सामग्री संबंधी मदद के अलावा, CYDA ने घोनेवाला गाँव को 360 लीटर डीज़ल उपलब्ध कराया, जिससे ट्रैक्टर और JCB मशीनों की मदद से टूटी हुई तटबंधों की मरम्मत की जा सकी। यह अहम कदम सड़कों को बहाल करने के लिए है, ताकि राहत सामग्री, आवश्यक आपूर्ति और आपातकालीन सेवाएँ प्रभावित गाँवों तक समय पर पहुँच सकें।

इसके अलावा, CYDA ने अन्य संस्थाओं के सहयोग से 19 गाँवों में पशुओं के लिए चारा भी वितरित किया। CYDA के चंदन कुमार ने अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर, श्रीमती साक्षी सहानी से मिलकर प्रदूषित पानी के स्रोतों को साफ़ कराने का प्रबंध किया। टीम ने प्रभावित लोगों को स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने और उन्हें चिकित्सा सेवाएँ देने वाले संगठनों से जोड़ने में भी मदद की, जिससे समय पर इलाज और सहयोग मिल सका।

CYDA, जो पुणे-आधारित विकास संगठन है और आपदा प्रबंधन में व्यापक अनुभव रखता है, इस बात पर ज़ोर देता है कि हालाँकि आपातकालीन राहत कई परिवारों तक पहुँच चुकी है, लेकिन पुनर्वास की यात्रा अभी लंबी है। घरों की मरम्मत की ज़रूरत है, खेतों को बहाल करना है और परिवारों को अपनी ज़िंदगी और रोज़गार को सम्मानपूर्वक फिर से बनाने के लिए निरंतर सहयोग चाहिए

Raavi Voice
Author: Raavi Voice

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