रावी न्यूज
तरन तारन। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज कहा कि आम आदमी पार्टी तरन तारन उपचुनाव में शानदार जीत दर्ज करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
‘आप’ उम्मीदवार हरमीत सिंह संधू के समर्थन में रैलियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों का जोश और उत्साह यह स्पष्ट करता है कि राज्य सरकार की जन-हितैषी नीतियों के कारण ‘आप’ तरन तारन में बड़ी जीत हासिल करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए कई अहम कदम उठाए हैं, जिनकी बदौलत जनता आम आदमी पार्टी की जीत सुनिश्चित करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी दलों के पास सरकार के खिलाफ कोई ठोस मुद्दा नहीं है, इसलिए वे केवल आलोचना करने के लिए सरकार पर हमले कर रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि सरकार ऐसे बेतुके बयानों से प्रभावित हुए बिना जनता की भलाई और राज्य के विकास के लिए काम करती रहेगी। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं को सरकार के जन-हितैषी फैसले पच नहीं रहे, इसलिए वे अपने स्वार्थ के लिए नीच राजनीतिक हथकंडे अपना रहे हैं।
शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री अपनी राजनीतिक चालों से लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बादल परिवार ने पंजाब और उसके लोगों के खिलाफ घृणित अपराध किए हैं, जिन्हें माफ नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि केवल बयान जारी करने से वे अपने पापों से मुक्त नहीं हो सकते, क्योंकि जनता जानती है कि इन नेताओं ने राज्य को किस तरह बर्बाद किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुखबीर बादल अपने शासनकाल को “विकास का दौर” बताते हैं, लेकिन बरगाड़ी गोलीकांड और नशे की समस्या, जिसने पंजाब के युवाओं को मौत की ओर धकेला, इन विषयों पर वे बोलने की हिम्मत नहीं करते। उन्होंने कहा कि 2007 से 2017 तक का समय पंजाब का सबसे अंधकारमय दौर था, जब ट्रांसपोर्ट, केबल, रेत और ड्रग माफिया ने राज्य में जड़ें जमा ली थीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस प्रधान राजा वड़िंग ने अपनी टिप्पणियों से कांग्रेस की संकीर्ण मानसिकता उजागर कर दी है और अब माफी मांगने पर मजबूर हैं।
भगवंत मान ने कहा कि अकाली शासन के दौरान नशे के कारोबार को राजनीतिक संरक्षण मिला, जिसके कारण यह समस्या भयावह रूप ले गई। उन्होंने कहा कि नशे के कारोबार के “जरनेलों” के खिलाफ सरकार कठोर कार्रवाई कर रही है और कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ नेताओं ने नशे की तस्करी के लिए सरकारी गाड़ियों तक का इस्तेमाल किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पारंपरिक राजनीतिक दल उनसे इसलिए ईर्ष्या करते हैं क्योंकि वे यह सहन नहीं कर पा रहे कि एक आम परिवार से आने वाला व्यक्ति राज्य को कुशलता से चला रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब की जनता अब इन पार्टियों पर भरोसा नहीं करती, जिन्होंने राज्य को लूटा और हरिमंदर साहिब पर टैंकों और तोपों से हमला किया।
उन्होंने कहा कि इन पार्टियों ने पंजाब और उसके लोगों को बेरहमी से लूटा, इसलिए जनता ने उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया। भगवंत मान ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, चरणजीत सिंह चन्नी, सुखबीर बादल, बिक्रम मजीठिया जैसे नेताओं को जनता ने राजनीति से बाहर का रास्ता दिखा दिया है, और अब वे सत्ता में वापसी के लिए आपसी झगड़ों में उलझे हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 58962 सरकारी नौकरियाँ पूरी पारदर्शिता के साथ दी हैं और इनमें से एक भी नियुक्ति अदालत में चुनौती का सामना नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि यह पंजाब सरकार के लिए गर्व की बात है कि युवाओं को पूरी तरह योग्यता के आधार पर नौकरियाँ दी गईं। इस पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया से युवाओं का सरकार पर विश्वास बढ़ा है और अब वे विदेश जाने की बजाय राज्य में ही सरकारी नौकरियों के लिए तैयारी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के 90% घरों के बिजली बिल शून्य आ रहे हैं, जिससे जनता को बड़ी आर्थिक राहत मिली है। किसानों को धान की बुवाई के लिए निर्बाध बिजली मिल रही है, जिससे उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो रही।
भगवंत मान ने कहा कि सरकार समाज के हर वर्ग के हित में काम कर रही है, जिसके चलते पंजाब निरंतर नई ऊँचाइयाँ छू रहा है।
शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों को ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ के रूप में विकसित किया जा रहा है। गर्व की बात है कि पंजाब ने केंद्र सरकार के राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (एन ए एस ) में केरल को पछाड़कर पहला स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने बताया कि 848 सरकारी स्कूलों के छात्रों ने नीट परीक्षा, 265 ने जे ई ई मेंस और 45 ने जे ई ई एडवांस्ड पास की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुफ्त सुविधाओं से गरीबी खत्म नहीं की जा सकती, बल्कि शिक्षा ही वह कुंजी है जो लोगों को गरीबी के चक्र से बाहर निकाल सकती है।
सड़क सुरक्षा बल के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि इस बल ने अब तक सैकड़ों जानें बचाई हैं। सांसद रहते हुए उन्होंने पाया कि पंजाब में हर साल सड़क हादसों में 5000 से अधिक लोगों की मौत होती थी। एसएसएफ के गठन के बाद सड़क दुर्घटनाओं में 48% की कमी आई है, जो अन्य राज्यों के लिए भी उदाहरण है।
यह बल 144 आधुनिक वाहनों से लैस है, जिसमें प्रशिक्षित पुरुष और महिला कर्मी शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बल की प्रभावशाली कार्यशैली की सराहना भारत सरकार और कई राज्यों ने भी की है।







