पशुपालन मंत्री एवं निदेशक पशुपालन के रवैये से क्षुब्ध पशु चिकित्सा निरीक्षक मनाएंगे काली दिवाली – प्रदेश अध्यक्ष बस्सी

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रावी न्यूज ब्यूरो, रमदास

पंजाब राज्य पशु चिकित्सा निरीक्षक संघ की राज्य इकाई की बैठक राज्य प्रधान गुरदीप बस्सी और राज्य सचिव परमजीत सिंह सोही के नेतृत्व में हुई, जिसमें वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुरदीप सिंह छानन, राजीव मल्होत्रा, गुरुमीत सिंह मेहता मुक्तसर, हरदीप सिंह गियाना, दलजीत सिंह चहल तरनतारन, धर्मवीर सरां फिरोजपुर, परवीन कुमार गुरदासपुर, हरदीप सिंह मोगा, राजिंदर कंबोज, राकेश सैनी, विजय कंबोज, जिला अध्यक्ष पटियाला संदीप चौधरी, मुख्तियार सिंह बेर कलां लुधियाना, अशोक कुमार जालंधर, बलजिंदर सिंह तरनतारन, प्रेम कंबोज फिरोजपुर, शाम नाथ फतेहगढ़ साहिब, सुखविंदर सिंह सिद्धू मानसा, हरप्रीत सिंह सिद्धू बठिंडा, बलजिंदर सिंह तरनतारन, जसविंदर सिंह बारी संगरूर, सुप्रीत सिंह, जसकरण सिंह मुल्तानी, हरनैब सिंह चहल बरनाला, पुष्पदीप सिंह फतेहगढ़ साहिब, करमजीत सिंह, कुलदीप सिंह जगराओं, अजय कुमार राजविंदर सिंह धामी और अन्य पदाधिकारियों ने भाग लिया।

बैठक को संबोधित करते हुए नेताओं ने अपना विरोध व्यक्त किया और कहा कि पशुपालन विभाग के कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह खुडियां द्वारा एसोसिएशन के साथ की गई तीन विभागीय बैठकों के बावजूद, सरकार और पशुपालन विभाग की नौकरशाही छठे वेतन आयोग के दौरान पशु चिकित्सा निरीक्षक संवर्ग के वेतनमानों में त्रुटियों को ठीक करने, वरिष्ठ पशु चिकित्सा निरीक्षकों की नियुक्ति को बढ़ावा देने, नव भर्ती पशु चिकित्सा निरीक्षकों को छठे वेतन आयोग को लागू करने, पशु चिकित्सा निरीक्षक परिषद बनाने के लिए विभाग के पुनर्गठन के दौरान उत्पन्न रिक्तियों को प्रदान करने और जिला परिषद अस्पताल में पदों को बहाल करने जैसे वैध मुद्दों को हल नहीं कर रही है, जिसके कारण पूरे संघ में भारी विरोध है। एक तरफ जहां पशु चिकित्सा निरीक्षक कैडर बाढ़ पीड़ितों के पशुओं के इलाज में व्यस्त है, वहीं दूसरी तरफ विभाग द्वारा विभिन्न जिलों में पशुओं को उनके पैतृक स्थानों से दूर पराली जलाने से रोकने के लिए गैर-विभागीय ड्यूटियां लगाई जा रही हैं, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।

अपने भाषण को जारी रखते हुए प्रदेश अध्यक्ष बस्सी ने आगे कहा कि इस दौरान भारत सरकार के आदेश पर पशुओं को खुरपका-मुंहपका रोग से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान शुरू किया जा रहा है और बाढ़ प्रभावित पशुओं के इलाज और टीकाकरण जैसे आवश्यक कार्यों को छोड़कर पंजाब के विभिन्न जिलों के उपायुक्तों द्वारा पराली जलाने के खिलाफ लगाई गई ड्यूटियां पंजाब के पशुधन के साथ एक बड़ा खिलवाड़ है।

बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रेस सचिव गुरजीत सिंह होशियारपुर ने कहा कि पंजाब के पशुपालन मंत्री गुरमीत सिंह खुडियां के नेतृत्व में हुई बैठकों में हुए समझौतों से मुकरने से निराश होकर पंजाब भर का पशु चिकित्सा निरीक्षक कैडर अपने घरों में ही विरोध स्वरूप काली दिवाली मनाएगा। इसके बाद, आने वाले दिनों में वे पंजाब सरकार और विभाग द्वारा अपनाए जा रहे कर्मचारी-हत्या के रवैये के खिलाफ मुक्तसर जिले के लंबी कस्बे में राज्य स्तरीय विरोध रैली निकालकर अपना विरोध जताएंगे और इस रैली में पूरे पंजाब के पशु चिकित्सा निरीक्षक भाग लेंगे।

 

पंजाब पशु चिकित्सा निरीक्षक संघ के नेता, प्रदेश अध्यक्ष गुरदीप सिंह बस्सी के साथ एक बैठक के दौरान। ()

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Author: Raavi Voice

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