देश की बहुमूल्य विरासत है कैप्टन अरुण जसरोटिया जैसे जांबाजों की शहादत : मेजर जनरल खजूरिया

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रावी न्यूज

भारतीय सेना की 9 पैरा स्पेशल फोर्स यूनिट के अशोक चक्र विजेता कैप्टन अरुण जसरोटिया का 30वां बलिदान दिवस शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष व  शहीद लेफ्टीनेंट गुरदीप सलारिया शौर्य चक्र के पिता कर्नल सागर सिंह सलारिया की अध्यक्षता में शहीद के निवास स्थान अरुण नगर सुजानपुर में आयोजित किया गया जिसमें  मेजर जनरल एस.के खजूरिया बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। इनके अलावा डी.एस.पी सुमीर सिंह मान,  शहीद के भाई एक्सियन राकेश जसरोटिया, भाभी नीलम जसरोटिया, भतीजा अमन जसरोटिया, परिषद के महासचिव कुंवर रविंद्र सिंह विक्की, हिंदू सुरक्षा समिति पंजाब के चेयरमैन व नगर कौंसल के उपप्रधान सुरेंद्र मन्हास, शहीद मेजर विवेक भंदराल सेना मेडल के पिता कर्नल पी.एस भंदराल, शहीद नायक अजय सलारिया के पिता कैप्टन रछपाल सिंह, शहीद लांसनायक डिप्टी सिंह सेना मेडल के भतीजे वरिंदर सिंह, शहीद सिपाही मक्खन सिंह के पिता हंस राज, इंडियन एक्स सर्विसमैन लीग पंजाब व चंडीगढ़ के उपप्रधान कैप्टन फकीर सिंह,  समाज सेवक डा. राजिंदर शर्मा, कैप्टन बी.आर शर्मा, जसरोटिया सभा के प्रधान सुरिंदर सिंह जसरोटिया आदि ने विशेष मेहमान के तौर पर शामिल होकर शहीद को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि व अन्य मेहमानों ने शहीद के चित्र समक्ष ज्योति प्रज्जवलित व पुष्पांजली अर्पित कर श्रद्धांजलि समारोह का आगाज किया इसके अलावा मुख्यातिथि व अन्य मेहमानों ने बलिदानी के नाम पर बने स्मारक पर रीथ चढ़ा उन्हें सैल्यूट किया । श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए मेजर जनरल एस.के खजूरिया  ने कहा सदियों की गुलामी के बाद देश को जो आजादी मिली उसके पीछे कुर्बानियों का लंबा इतिहास रहा है उस आजादी की गरिमा को बहाल रखने हेतु कैप्टन अरुण जसरोटिया जैसे जांबाज आज भी अपने बलिदान दे रहे हैं ऐसे शूरवीरों की शहादत देश की बहुमूल्य विरासत है भावी पीढ़ी को चाहिए इस विरासत को अपने दिलों में संजो कर रखें। मेजर जनरल खजूरिया ने कहा कैप्टन अरुण जसरोटिया एक चमकता हुआ ध्रुव तारा था जब भी कुर्बानियों का इतिहास लिखा जायेगा इनका नाम सबसे ऊपर आएगा ऐसे अमर वीर के बलिदान पर भारतीय सेना, इनके परिजनों व सारे क्षेत्र को गर्व है। उन्होंने कहा मुझे इस बात की खुशी है कि कैप्टन अरुण जसरोटिया के परिजन उनका बलिदान दिवस अपने निवास स्थान पर मना रहे हैं जिसमें सभी लोग पूरी श्रद्धा के साथ शामिल हुए हैं।

 

शौर्य, त्याग व बलिदान का दूसरा नाम है कैप्टन अरुण जसरोटिया: कुंवर विक्की

 

परिषद के महासचिव कुंवर ररविंद्र सिंह विक्की ने कहा कि शौर्य, त्याग व बलिदान का दूसरा नाम है कैप्टन अरुण जसरोटिया, जिन्हें लोलाब घाटी के टाइगर के रुप में जाना जाता था, जिन्होंने 30 वर्ष पहले जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा सेक्टर की लोलाब घाटी में छिपे हुए आतंकियों को मौत की नींद सुला कर अपने अदम्य साहस व शौर्य की जो मिसाल कायम की वो बहुत कम देखने को मिलती है, भारतीय सेना द्वारा आतंक के खिलाफ किए गए दस खतरनाक ऑपरेशंस में कैप्टन अरुण जसरोटिया द्वारा किया यह ऑपरेशन पहले नंबर पर आता है जिस देश व भारतीय सेना को हमेशा गर्व रहेगा। कुंवर विक्की ने कहा कि कैप्टन अरुण जसरोटिया जिले के पहले ऐसे वीर सैनिक हैं जिन्हें अशोक चक्र, सेना मेडल के अलावा तत्कालीन पंजाब सरकार ने निशान-ए-खालसा जैसे 3 वीरता पदकों से सम्मानित कर उनके शौर्य व अदम्य साहस को सैल्यूट किया। उन्होंने कहा कि शहीद का घर एक मंदिर समान होता है तथा यहां शहीदों को स्मरण किया जाता है वो भूमि तीर्थ स्थान तुल्य बन जाती है।

 

श्रद्धांजलि समारोहों में शामिल होने से बढ़ता है शहीद परिवारों का मनोबल: कर्नल सलारिया

 

कर्नल सागर सिंह सलारिया व शहीद के बड़े भाई एक्सियन राकेश जसरोटिया ने आए मेहमानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शहीदों की याद में आयोजित इस तरह के श्रद्धांजलि समारोहों में शामिल होने से शहीद परिवारों का मनोबल ऊंचा होता है। उन्होंने कहा उनकी परिषद पिछले पिछले 29 वर्षों  से शहीद परिवारों के अधिकारों व मान-सम्मान की लड़ाई लड़ रही है उसी का नतीजा है कि आज जगह-जगह शहीदों की याद में इस तरह के श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किए जा रहे हैं जिससे समाज में देशभक्ति की चेतना प्रज्ज्वलित हो रही है।

 

शहीद के साथी  सैनिक का गाया गीत सुन हर आंख हुई नम

 

इस अवसर पर शहीद कैप्टन अरुण जसरोटिया के एन.डी.ए ट्रेनिंग के साथी रहे विवेक द्वारा अरुण  की शौर्य गाथा पर लिखा गीत ‘जहां बार-बार जिस वीर की हम सब गाते गौरव गाथा, वो वीर अरुण है हमारा’ का ऑडियो उसके परिजनों को भेजा गया और श्रद्धांजलि समारोह के दौरान जब उस गीत को प्ले किया गया तो उसे सुन कर कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों की आंखें नम हो उठी। इस अवसर पर मुख्यातिथि द्वारा शहीद के परिजनों सहित आठ अन्य शहीद परिवारों को शाल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया वही शहीद के परिजनों द्वारा पांच जरूरतमंद परिवारों को राशन भेंट किया गया।

 

नगर कौंसल कार्यालय में सुशोभित होगी शहीद की तस्वीर: मन्हास

 

इस अवसर पर नगर कौंसल के उपप्रधान व हिन्दू सुरक्षा समिति पंजाब के चेयरमैन सुरेंद्र मन्हास ने कहा कि कैप्टन अरुण जसरोटिया ने अपना बलिदान देकर हमारे शहर सुजानपुर का नाम देश भर में रौशन किया है जो हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा नगर कौंसल कार्यालय में शीघ्र ही शहीद कैप्टन अरुण जसरोटिया की तस्वीर सुशोभित की जायेगी।

 

सेना ने भी किया अरुण के बलिदान को नमन

 

इससे पहले पराक्रम स्थल पर 21 सब एरिया द्वारा भी कैप्टन अरुण जसरोटिया के बलिदान को नमन करते हुए सैन्य अधिकारियों व जवानों ने भी उनकी प्रतिमा के समक्ष पुष्प चक्र चढ़ा भारत मां के इस वीर सपूत को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा शहीद के परिजनों सहित आठ अन्य शहीद परिवारों को शाल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया वहीं शहीद कैप्टन अरुण जसरोटिया के परिजनों द्वारा पांच जरूरतमंद परिवारों को राशन भेंट किया गया। इस मौके पर पूर्व एम.सी हैप्पी जसरोटिया, शक्ति सिंह जसरोटिया, सुदर्शन सिंह जसरोटिया, कुलदीप सिंह जसरोटिया, हरदीप सिंह जसरोटिया,  रणजीत सिंह नंबरदार, राजेश्वर जसरोटिया, कुलदीप सिंह जसरोटिया आदि उपस्थित थे।

 

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Author: Raavi Voice

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